इंदौर : कलेक्टर ने छूट का दायरा बढ़ाते हुए औद्योगिक क्षेत्रों, चश्मा दुकानों, लोहामंडी आदि में दी सशर्त अनुमति

इंदौर। लंबे लॉक डाउन के बीच इंदौर सब पटरी पर लौटने लगा है। कलेक्टर मनीष सिंह ने 29 गांवों में गतिविधियां शुरू करने के बाद मंगलवार को जारी आदेश में छूट का दायरा बढ़ाते हुए शहर के औद्योगिक क्षेत्रों, चश्मा दुकानों, लोहामंडी आदि में सशर्तअनुमति प्रदान की है।
कलेक्टर मनीष सिंह में छूट का दायरा बढ़ाते हुए न्यू सियागंज, नेमावर रोड, बायपास ,पोलो ग्राउंड ,सांवेर रोड के औद्योगिक क्षेत्रों को अनुमति दी है ,वहीं चार्टर्ड अकाउंटेंट, कंपनी सेक्रेटरी से लेकर चश्मे की दुकानें भी शर्तो के साथ खुल सकेगी। अनुमति वाले पेट्रोल पंप पर ही पंचर की सुविधा मिलेगी वही मैकेनिक नगर में ऑटो पार्ट की दुकानें , वर्कशॉप खुल सकेगी , लोहा मंडी भी शुरू होगी लेकिन सभी के साथ शर्ते तय की गई है। कलेक्टर के विस्तृत आदेश में इन शर्तो को देखें।
इसी तरह इंदौर में सभी प्रायवेट क्लिनिक खोले जाने के संबंध में आज 21 मई, 2020 को शाम 7 बजे नेहरू स्टेडियम में कलेक्टर मनीष सिंह डॉक्टरों से चर्चा करेंगे। क्लिनिक खोले जाने के संबंध में बनाई जाने वाली गाइड लाइन के बारे में विस्तार से चर्चा होगी। बैठक में एलोपैथिक, आयुर्वेदिक, होम्योपैथी, युनानी आदि चिकित्सा पद्धति के डॉक्टर बुलाये गये है।
यह जानकारी आज यहां एआईसीटीएसएल परिसर में सम्पन्न हुई बैठक में दी गई। इस बैठक में कलेक्टर मनीष सिंह , चन्द्रमौलि शुक्ला सहित विभिन्न चिकित्सा पद्धतियों के एसोसिएशन के पदाधिकारी मौजूद थे। बैठक में कलेक्टर सिंह ने उपस्थित सभी एसोसिएशन के पदाधिकारियों से कहा कि इंदौर के हित में है कि शीघ्र ही सभी प्रायवेट क्लिनिक खोले जाये। क्लिनिक में स्वयं तथा आने वाले मरीजों के स्वास्थ्य सुरक्षा रहे। निर्धारित मापदण्डों का पालन हो। सभी को इलाज की सुविधा मिले। उन्होंने कहा कि अगर किसी क्लिनिक में कोरोना वायरस के लक्षण वाले मरीज दिखाई देते है तो उनकी सूचना एप के माध्यम से दी जाये। ऐसे मरीजों की जानकारी संकलित करने एवं डॉक्टरों की जानकारी एकत्र करने के लिये एक एप बनाया गया है। इसकी जानकारी कल नेहरू स्टेडियम में होने वाली बैठक में दी जायेगी। इसके आधार पर एकत्र जानकारी के अनुसार पंजीबद्ध चिकित्सकों एवं अन्य स्टॉफ को प्रधानमंत्री बीमा योजना के अंतर्गत चिन्हित किया जायेगा। बैठक में विभिन्न एसोसिएशन के पदाधिकारियों के सुझाव भी लिये।